संयुक्त राष्ट्र (U.N.) ने किया AI सुरक्षा उपायों का समर्थन
सं युक्त राष्ट्र महासभा ने मार्च 2024 में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर अपना पहला प्रस्ताव मंज़ूर किया, जिससे यह सुनिश्चित करने के प्रयास को वैश्विक समर्थन मिला कि शक्तिशाली तकनीक सभी देशों को फ़ायदा पहुँचाए, मानवाधिकारों का सम्मान करे और “सुरक्षित, संरक्षित और भरोसेमंद” हो।
संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा प्रायोजित और 123 देशों द्वारा सह-प्रायोजित इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अपनाया गया, जिसका मतलब है कि इसे सभी 193 संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों का समर्थन प्राप्त है।
“AI को सार्वजनिक हित में होना चाहिए – इसे इस तरह से अपनाया और आगे बढ़ाया जाना चाहिए कि यह सभी को संभावित नुक़सान से बचाए और यह सुनिश्चित करे कि हर कोई इसके लाभों का आनंद ले सके,” अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने एक बयान में कहा।
G-20 के प्रमुख औद्योगिक देशों सहित दुनिया भर के देश भी AI नियम विकसित कर रहे हैं। प्रस्ताव में महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (António Guterres) और अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ सहित संयुक्त राष्ट्र के अन्य प्रयासों का उल्लेख किया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि AI का उपयोग विश्व के लाभ के लिए किया जाए।
गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव सभी देशों, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों, तकनीकी समुदायों, नागरिक समाज, मीडिया, शिक्षाविदों, अनुसंधान संस्थानों और व्यक्तियों को सुरक्षित AI प्रणालियों के लिए “विनियामक और प्रशासन दृष्टिकोण और ढाँचे को विकसित करने और समर्थन करने के लिए” प्रोत्साहित करता है।
इसमें “कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणालियों के अनुचित या दुर्भावनापूर्ण डिज़ाइन, विकास, तैनाती और उपयोग के खिलाफ़ चेतावनी दी गई है, जैसे कि पर्याप्त सुरक्षा उपायों के बिना या अंतरराष्ट्रीय क़ानून के साथ असंगत तरीक़े से।” द एसोसिएटेड प्रेस
फ़ोरम ने दैनिक वेब कहानियों का हिंदी में अनुवाद करना निलंबित कर दिया है। कृपया दैनिक सामग्री के लिए अन्य भाषाएँ देखें।