ताइवान की सूचना प्रणालियों के लिए अमेरिका ने दी समर्थन को मंजूरी
दिसंबर 2023 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने ताइवान की सामरिक सूचना प्रणालियों को बनाए रखने में मदद के लिए 30 करोड़ ($300 मिलियन) अमेरिकी डॉलर के उपकरणों की बिक्री को मंजूरी दी।
1979 के ताइवान संबंध अधिनियम के तहत, अमेरिका ने स्व-शासित द्वीप की आत्मरक्षा क्षमताओं को बनाए रखने के लिए आवश्यक रक्षा सामग्री और सेवाएँ प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की है। पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (PRC) इस द्वीप पर अपना दावा करता है तथा बलपूर्वक इसे हड़पने की धमकी देता है।
अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी ने कहा कि इस बिक्री
से ताइवान की कमान, नियंत्रण, संचार और कंप्यूटर क्षमताएँ
बनी रहेंगी।
एजेंसी ने कहा कि इस सहायता से ताइवान की “परिचालन तत्परता में वृद्धि द्वारा वर्तमान और भावी ख़तरों का सामना करने” की क्षमता में सुधार होगा और सामरिक जानकारी के सुरक्षित प्रवाह को प्रदान करने वाली मौजूदा क्षमताओं को बनाए रखा जा सकेगा।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह उपकरण संयुक्त युद्ध कमान और नियंत्रण प्रणालियों की प्रभावशीलता को बनाए रखने और युद्धक्षेत्र संबंधी जागरूकता सुधारने में मदद करेगा। यह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन के तहत ताइपे को 12वीं रक्षा उपकरण बिक्री थी, जिसमें 2023 में F-16 लड़ाकू जेट के लिए इन्फ़्रारेड सर्च ट्रैकिंग सिस्टम और उपकरण के लिए 50 करोड़ ($500 मिलियन) अमेरिकी डॉलर का सौदा भी शामिल है। अन्य बिक्री में हार्पून एंटी-शिप मिसाइलें, F-16, कंधे से दागी जाने वाली जैवलिन और स्टिंगर मिसाइलें, तथा हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम शामिल हैं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “ताइवान के आस-पास चीनी कम्युनिस्टों की लगातार सैन्य गतिविधियाँ हमारे लिए गंभीर ख़तरा पैदा करती हैं।”
ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि 2023 के अंत में संपन्न यह समझौता लोकतांत्रिक रूप से शासित द्वीप की रक्षा के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रॉयटर्स और द एसोसिएटेड प्रेस
फ़ोरम ने दैनिक वेब कहानियों का हिंदी में अनुवाद करना निलंबित कर दिया है। कृपया दैनिक सामग्री के लिए अन्य भाषाएँ देखें।