जापान ने की समुद्री सुरक्षा में मलेशिया की सहायता
जा पान और मलेशिया ने एक सहायता समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें मलेशिया की समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए 28 लाख ($2.8 मिलियन) अमेरिकी डॉलर का अनुदान शामिल है, क्योंकि इंडो-पैसिफ़िक देश तेज़ी से आक्रामक होते पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (PRC) का मुक़ाबला करना चाहते हैं।।
जापान इस समझौते के तहत बचाव नौका जैसे उपकरण और सहायक सामग्री प्रदान करेगा, जिस पर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों द्वारा दिसंबर 2023 में टोक्यो शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे, जो जापान और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के बीच संबंधों के 50 वर्षों को चिह्नित करता है, जिसका मलेशिया संस्थापक सदस्य है।
जापान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जापान के प्रधानमंत्री फ़ुमिओ किशिदा (Fumio Kishida) ने जापान-मलेशिया संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का स्वागत किया है।
मलेशिया के अतिरिक्त, आसियान सदस्य ब्रुनेई, इंडोनेशिया, फ़िलीपींस और वियतनाम के दक्षिण चीन सागर पर क्षेत्रीय दावे हैं, जिस पर चीन ने विवाद खड़ा किया है। बीजिंग समुद्र के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है, जो प्रतिवर्ष 30 खरब ($3 ट्रिलियन) अमेरिकी डॉलर से अधिक के व्यापार का वाहक है। 2016 में एक अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने कहा था कि चीन के दावों का कोई क़ानूनी आधार नहीं है।
जापानी अधिकारियों के अनुसार, चीन के सैन्य जहाज़ों ने पूर्वी चीन सागर में जापान प्रशासित सेनकाकू द्वीप के आस-पास के जलक्षेत्र में भी घुसपैठ की है।
जापान द्वारा मलेशिया को दी गई सहायता, विकासशील देशों को उनकी सुरक्षा मज़बूत करने में मदद करने की टोक्यो की पहल के तहत बांग्लादेश और फ़िलीपींस के साथ किए गए इसी प्रकार के समझौतों के बाद संपन्न हुई है। रॉयटर्स
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