क्षितिज का विस्तार
साम्यवाद से अलग होने के तीन दशक बाद, मंगोलिया ने अपनाई क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में अपनी बढ़ती भूमिका
फ़ोरम स्टाफ़
जब दिसंबर 1989 में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार दिवस पर लगभग 200 मंगोलियाई लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता सुखबातर स्क्वायर में एकत्र हुए, तो इस बात का कोई पूर्वाभास नहीं था कि परिवर्तन होने वाला है। राजधानी उलानबाटर के चौक से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पूरे मैदानी और रेगिस्तानी देश में फैल जाएगा। तीन महीने के भीतर ही मंगोलिया की साम्यवादी सरकार ने लगभग 70 वर्षों के बाद सत्ता छोड़ दी।
एकदलीय शासन को त्यागने और सोवियत संघ के साथ गठबंधन करने के बमुश्किल तीन दशक बाद, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (PRC) और रूस के बीच स्थित यह राष्ट्र, सत्तावाद के अंधेरे शून्य के बीच लोकतंत्र के प्रकाश स्तंभ के रूप में विकसित हुआ। मंगोलिया उन दो देशों के अलावा, अन्य देशों के साथ भी संबंध बनाने की अपनी “तीसरे पड़ोसी” नीति से निर्देशित होकर, इस भूमिका को अपना रहा है, जिनके साथ वह सीमा साझा करता है। उदाहरण के लिए, 2023 के मध्य में मंगोलिया, दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका की उद्घाटन बैठक ने कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण और महत्वपूर्ण खनिजों के लिए वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं को मज़बूत करने जैसे क्षेत्रों में त्रिपक्षीय सहयोग की शुरूआत की घोषणा की। उसने तेजी से जटिल होते सुरक्षा माहौल में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए मंगोलिया के बढ़ते रणनीतिक महत्व को भी पुष्ट किया, जिसमें बहुराष्ट्रीय खान क्वेस्ट शांति स्थापना अभ्यास और पूर्वोत्तर एशियाई सुरक्षा पर वार्षिक उलानबाटर वार्ता की मेज़बानी से लेकर हरित ऊर्जा परिवर्तन के लिए देश के महत्वपूर्ण दुर्लभ-पृथ्वी तत्वों के समृद्ध भंडार में विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करना शामिल है।
“मंगोलिया की तीसरे पड़ोसी की विदेश नीति इस उम्मीद में विकसित और विकासशील देशों के साथ देश के कूटनीतिक, राजनीतिक, आर्थिक, सुरक्षा और सामाजिक संबंधों का विस्तार करती है कि इससे दुनिया के बाक़ी हिस्सों के साथ मंगोलिया की भागीदारी बढ़ेगी,” अंतरराष्ट्रीय संबंध शोधकर्ता और पूर्वोत्तर एशियाई तथा इंडो-पैसिफ़िक भू-राजनीति में विशेषज्ञता रखने वाले लेखक बोलोर ल्खाजव (Bolor Lkhaajav) ने फ़ोरम को बताया। “अब तक यह दृष्टिकोण बहुत सफल और दूरदर्शी रहा है।”
हमेशा अग्रसर
मंगोलिया की व्यापक दृष्टि ने यूरोप से लेकर उत्तरी अमेरिका, ओशिनिया और दक्षिण पूर्व एशिया तक द्विपक्षीय और बहुपक्षीय साझेदारी को फलने-फूलने में सक्षम बनाया है, जिसमें आर्थिक, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाएँ भी शामिल हैं। “पिछले 30 वर्षों में, हमारी लोकतांत्रिक यात्रा आसान नहीं रही है,” मंगोलियाई प्रधान मंत्री ओयुन-एर्डीन लुव्सन्नाम्सराय (Oyun-Erdene Luvsannamsrai) ने अमेरिकी नेताओं के साथ वार्ता के लिए अगस्त 2023 में वाशिंगटन, डी.सी. की अपनी यात्रा के दौरान कहा। “लेकिन मंगोलिया हमेशा आगे बढ़ता रहा है और बढ़ता रहेगा।”
मई 2023 में, इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) मंगोलिया की यात्रा करने वाले पहले फ़्रांसीसी राष्ट्रपति बने। पाँच महीने बाद मंगोलियाई राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना (Khurelsukh Ukhnaa) ने भी ऐसा ही किया। फ़्रांस की उनकी राजकीय यात्रा में मंगोलिया के दक्षिण-पूर्वी प्रांत डोर्नोगोवी में यूरेनियम खदान विकसित करने और संचालित करने के लिए फ़्रांसीसी परमाणु ईंधन कंपनी ओरानो के साथ 1.7 अरब ($1.7 बिलियन) अमेरिकी डॉलर के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर शामिल थे। यात्रा के दौरान, मंगोलिया ने फ़्रांसीसी-इतालवी निर्माता थेल्स एलेनिया स्पेस (Thales Alenia Space) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत मंगोलिया में उच्च गति की इंटरनेट पहुँच बढ़ाने के लिए एक उपग्रह का निर्माण किया जाना था। मंगोलिया दुनिया का सबसे विरल आबादी वाला देश है, जिसमें खानाबदोश समुदायों सहित 33 लाख (3.3 मिलियन) लोग रहते हैं, जो 15 लाख
(1.5 मिलियन) वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। समझौते में उपग्रह का नाम राष्ट्रीय नायक चिंग्गिस ख़ान, जिन्हें चंगेज ख़ान के नाम से भी जाना जाता है, के सम्मान में रखने का प्रावधान था, जिनके 13वीं शताब्दी के प्रारंभ के साम्राज्य को इतिहास में सबसे बड़े साम्राज्यों में से एक माना जाता है। “यह परियोजना मंगोलिया के डिजिटल परिवर्तन और डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण अगला क़दम है,” डिजिटल विकास और संचार मंत्री उच्राल न्याम-ओसोर (Uchral Nyam-Osor) ने एक बयान में कहा। “यह हमारे विशाल देश में रहने वाले लोगों के इंटरनेट तक पहुँचने के तरीक़े को बदल देगा और उन्हें आवश्यक सेवाओं तक पहुँच प्रदान करेगा।”
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मंगोलियाई और दक्षिण कोरियाई रक्षा प्रमुखों ने अक्तूबर 2023 में सियोल में वार्ता के दौरान उत्तर कोरिया के बढ़ते मिसाइल और परमाणु ख़तरों के बीच सुरक्षा और रक्षा उद्योग सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की। मंगोलियाई रक्षा मंत्री सैखानबायर गुरसेद (Saikhanbayar Gursed) ने, जिन्होंने अपनी यात्रा के दौरान सियोल अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी में भाग लिया, उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए सियोल के प्रयासों के प्रति उलानबाटर के समर्थन को दोहराया।
तत्कालीन यूनाइटेड किंगडम सशस्त्र बल मंत्री जेम्स हिप्पी (James Heappey) ने शांति मिशनों पर द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा के लिए सितंबर 2023 में मंगोलिया का दौरा किया, जब राष्ट्रों ने राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे होने का जश्न मनाया था। “ब्रिटेन और मंगोलिया के बीच विशिष्ट घनिष्ठ संबंध हैं: हमारे सैनिकों ने अफ़गानिस्तान में और दक्षिण सूडान में शांति सैनिकों के रूप में साथ मिलकर काम किया है,” ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा।
राष्ट्रीय प्रसारक वॉयस ऑफ़ वियतनाम के अनुसार, एक महीने बाद, वियतनामी रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग (Phan Van Giang) ने उलानबाटर में सैखानबायर से मुलाक़ात की, जहाँ उन्होंने रक्षा उद्योग में सहयोग तथा प्रशिक्षण और सैन्य चिकित्सा में सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने न केवल तटीय बल्कि स्थल-रुद्ध देशों के लिए भी, पूर्वी सागर में [जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दक्षिणी चीन सागर के रूप में जाना जाता है] सहयोग और विकास के लिए शांतिपूर्ण और स्थिर परिवेश बनाए रखने के महत्व पर भी ज़ोर दिया। हनोई ने चीनी जहाज़ों द्वारा घुसपैठ और अत्यधिक अवैध समुद्री दावे जैसी गतिविधियों के माध्यम से उस जल क्षेत्र में अपनी संप्रभुता का उल्लंघन करने के लिए बीजिंग की निंदा की।
जैसे-जैसे उसकी पहुँच बढ़ेगी, उलानबाटर को अपने पड़ोसियों के साथ संभावित रूप से जटिल संबंधों की ओर भी ध्यान देना होगा। विश्व बैंक के अनुसार, मंगोलिया के निर्यात में अकेले चीन की हिस्सेदारी लगभग 83% है, जबकि चीन और रूस मिलकर उसके आयात का 65% हिस्सा प्रदान करते हैं। ये दोनों देश मंगोलिया और समुद्री बंदरगाहों के बीच स्थित हैं, जहाँ वैश्विक समुद्री माल का 42% लदान होता है और 64% उतारना होता है। “हमारे बीच भू-राजनीतिक तनाव है… लेकिन मुझे विश्वास है कि हमारे दोनों पड़ोसी हमारे विकल्पों और हमारे द्वारा विकसित की जा रही साझेदारियों का सम्मान करना जारी रखेंगे,” ओयुन-एर्डीन (Oyun-Erdene) ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान डिजिटल प्रकाशन पोलिटिको को बताया।
न्यूयॉर्क स्थित CJPA ग्लोबल एडवाइज़र्स के विश्लेषक अर्ल कार्र और नाथेनियल शॉचेट के अनुसार, मंगोलिया दो विपरीत शक्तियों के बीच नहीं फंसना चाहता, जैसा कि शीत युद्ध के दौरान हुआ था। “परिणामस्वरूप, ‘तीसरे रास्ते’ की खोज और उसकी सक्रिय पहल क्षेत्रीय शक्तियों के साथ अपनी भौगोलिक निकटता द्वारा थोपी गई ऐतिहासिक सीमाओं को पार करने के प्रयास में अपनी वैश्विक भागीदारी को व्यापक बनाने की दिशा में सुविचारित बदलाव को दर्शाती है,” उन्होंने दिसंबर 2023 में द डिप्लोमैट पत्रिका के लिए लिखा। “महत्वपूर्ण खनिजों में आर्थिक सहयोग का लाभ उठाकर, सांस्कृतिक संबंधों को मज़बूत करके, तथा यूरोप और एशिया के देशों के साथ संबंधों को गहरा करके, मंगोलिया इंडो-पैसिफ़िक के भू-राजनीतिक परिदृश्य में उभरते हुए खिलाड़ी के रूप में ख़ुद को स्थापित कर रहा है।”
महत्वपूर्ण भूमिका
1899 में, पश्चिमी अमेरिका से आए एक 25 वर्षीय युवक ने, जिसे एक चीनी खनन कंपनी में मुख्य अभियंता के रूप में नियुक्त किया गया था, अफ़वाहों के अनुसार, सोने की खदानों की खोज में जो — “हमेशा इंद्रधनुष का पीछा करने जैसा रहा है” — साथ ही कोयला, तांबा, लोहा और सीसा भंडार के साक्ष्य की तलाश में कारवाँ द्वारा आंतरिक एशियाई महाद्वीप की यात्रा की। “इनमें से घोड़े पर सवार होकर की गई यात्रा उरगा [जिसे अब उलानबाटर के नाम से जाना जाता है] तक पहुँची, जो गोबी रेगिस्तान में मंगोलों की राजधानी थी। मंगोल शिविरों और आतिथ्य के समारोहों का सटीक वर्णन मार्को पोलो (Marco Polo) ने किया है,” हर्बर्ट हूवर (Herbert Hoover) ने, जो उन यात्राओं के तीन दशक बाद 31वें अमेरिकी राष्ट्रपति बने, अपने संस्मरणों में लिखा है।
आज, मंगोलिया के निर्यात में खनिजों का योगदान लगभग 90% तथा सरकारी राजस्व में 25% से अधिक है। “तांबा, यूरेनियम, फ़्लोरस्पार, दुर्लभ पृथ्वी तत्वों और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों का मंगोलिया का समृद्ध भंडार उसे ऊर्जा संक्रमण की वैश्विक भू-राजनीति में अच्छी स्थिति में रखता है,” सिडनी, ऑस्ट्रेलिया स्थित थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट के प्रकाशन द इंटरप्रेटर में छपे अक्तूबर 2023 के एक लेख में उल्लेख किया गया है।
स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ते रुझान और COVID-19 महामारी के दौरान आपूर्ति शृंखला में व्यवधानों के कारण दुर्लभ-पृथ्वी तत्वों के निष्कर्षण और प्रसंस्करण में चीन की प्रमुख भूमिका पर चिंताएँ बढ़ गई हैं। इसमें बीजिंग द्वारा उन खनिजों तक पहुँच को समाप्त करने का ख़तरा भी शामिल है, जो इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बैटरियों और पवन टर्बाइनों से लेकर उपग्रहों और लड़ाकू विमानों तक की प्रौद्योगिकियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। फ़्रांस की तरह, अन्य इंडो-पैसिफ़िक साझेदार ऊर्जा परिवर्तन में अपनी भूमिका को आगे बढ़ाने और आपूर्ति शृंखलाओं में विविधता लाने के लिए मंगोलिया के साथ सहयोग कर रहे हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि जून 2023 में मंगोलिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के सरकारी अधिकारी और उद्योग प्रतिनिधि पहली महत्वपूर्ण खनिज वार्ता के लिए उलानबाटर में मिले, जहाँ उन्होंने “दुनिया की महत्वपूर्ण खनिज ज़रूरतों को पूरा करने में मंगोलिया की महत्ता और संभावित भूमिका पर प्रकाश डाला।”
इसके तुरंत बाद, सियोल ने मंगोलिया को दुर्लभ धातुओं के प्रसंस्करण के लिए प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करने हेतु 2027 तक 69 लाख ($6.9 मिलियन) अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा की। इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मामले और व्यापार विभाग के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया ने पिछले दशक में “मंगोलिया के खनन क्षेत्र के सतत विकास” के लिए लगभग 2 करोड़ ($20 मिलियन) अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, जिसमें युवा मंगोलों के लिए व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण भी शामिल है। उलानबाटर के साथ एक संयुक्त उद्यम में, ऑस्ट्रेलियाई-ब्रिटिश कंपनी रियो टिंटो ने 2023 की शुरुआत में घोषणा की कि मंगोलिया के दक्षिण गोबी क्षेत्र के ओयू टोलगोई में भूमिगत खनन शुरू हो गया है। अनुमान है कि 2030 तक यह स्थल विश्व का चौथा सबसे बड़ा तांबे का खदान बन जाएगा, जो प्रतिदिन 1,580 पवन टर्बाइनों या 16,400 EV बैटरियों के लिए आवश्यक धातु का उत्पादन करेगा। उद्योग प्रकाशन माइनिंग टेक्नोलॉजी के अनुसार, चीनी सीमा से लगभग 80 किलोमीटर दूर ओयू टोलगोई में भी दुनिया के सबसे बड़े सोने के भंडार हैं।
“मंगोलिया के विशाल प्राकृतिक संसाधन हमेशा से ही मंगोलिया के लिए सामरिक महत्व के रहे हैं,” अमेरिका स्थित शोधकर्ता बोलोर ने फ़ोरम को बताया। “यह एक आर्थिक प्रोत्साहन है। यह द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मज़बूत करने के लिए विदेश नीति प्रोत्साहन है। यह क्षेत्रीय और वैश्विक हितधारकों के लिए निवेश, संवाद, सरकारी स्वामित्व वाले उद्यमों के साथ-साथ निजी क्षेत्रों के माध्यम से मंगोलिया के हरित ऊर्जा परिवर्तन में भाग लेने का सकारात्मक क़दम है।”
शांति की खोज
अगस्त 2003 में, अमेरिकी मरीन्स ने मरीन कॉर्प्स के इतिहास में पहली बार मंगोलिया में नए द्विपक्षीय अभ्यास के लिए तैनाती की, जो ग़ैर-कमीशन अधिकारी विकास और शांति अभियानों पर केंद्रित था। एक वर्ष पहले, मंगोलिया अपने पहले संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में शामिल हुआ था, तथा उसने पश्चिमी सहारा में दो सैन्य पर्यवेक्षक तैनात किए थे। 2023 के मध्य में जब ख़ान क्वेस्ट ने अपना 20वां वर्ष मनाया, तब तक यू.एस. आर्मी पैसिफ़िक द्वारा सह-प्रायोजित अभ्यास में कनाडा से लेकर पहली बार भाग लेने वाले लाओस तक, दो दर्जन से अधिक देशों के कार्मिक शामिल हो चुके थे। उलानबाटर के बाहर फ़ाइव हिल्स प्रशिक्षण सुविधा में दो सप्ताह के अभ्यास से शांति स्थापना और स्थिरता अभियानों के लिए इंटरऑपरेबिलिटी और तत्परता में वृद्धि हुई। “विदेश नीति के नज़रिए से, यह मंगोलिया की शांतिपूर्ण उपस्थिति और अंतरराष्ट्रीय सहयोगात्मक गतिविधियों में शामिल होने तथा अन्य देशों को इसमें शामिल करने की पहल को दर्शाता है,” बोलोर ने कहा। “ख़ान क्वेस्ट मंगोलिया के क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है, जो देश के शांति प्रयासों से निकटता से जुड़ा हुआ है।”
इन्हीं दो दशकों में, 14,000 से अधिक मंगोलियाई शांति सैनिकों ने दुनिया भर के संयुक्त राष्ट्र मिशनों में काम किया है; 2023 के अंत तक लगभग 900 कर्मियों की तैनाती के साथ, मंगोलिया 121 योगदान देने वाले देशों में 21वें स्थान पर है। एजेंसी के अनुसार, शांति मिशनों पर तैनात मंगोलियाई सैनिकों में लगभग 12% महिलाएँ हैं, जो संयुक्त राष्ट्र के 9% के समग्र लक्ष्य से काफ़ी अधिक है।
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिका द्वारा शांति मिशनों के लिए उलानबाटर को 20 संयुक्त हल्के सामरिक वाहन प्रदान करने की बात कहते हुए उन योगदानों की सराहना की, जब ओयुन-एर्डीन अगस्त 2023 में पेंटागन का दौरा करने वाले पहले मंगोलियाई प्रधान मंत्री बने। उस महीने, मंगोलिया ने यू.एस. पैसिफ़िक एयर फ़ोर्स के नेतृत्व में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभ्यास, पैसिफ़िक एंजेल के लिए ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, थाईलैंड और अमेरिका की सेनाओं की मेज़बानी की। रक्षा सहयोग में प्रशिक्षण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए मंगोलियाई थल सेना कमान में अमेरिकी सेना के सलाहकारों द्वारा महीनों तक किया जाने वाला प्रवास भी शामिल है। “हम देश के अनुभव और संबंधों की निरंतरता से काफ़ी लाभान्वित होते हैं … यह निरंतर साझेदारी प्रदान करती है,” मंगोलिया में 5वीं सुरक्षा बल सहायता ब्रिगेड संचालन के कमांडर अमेरिकी सेना के मेजर स्टीव मोर्स (Steve Morse) ने अप्रैल 2023 की एक समाचार विज्ञप्ति में कहा।
बहुपक्षीय सहयोग के प्रति मंगोलिया की प्रतिबद्धता उलानबाटर वार्ता में भी प्रतिबिंबित होती है। आपसी विश्वास और समझ को बढ़ावा देने के लिए वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन पहली बार 2014 में आयोजित किया गया और उलानबाटर के संयुक्त राष्ट्र मिशन के अनुसार, इसे संक्षेप में मंगोलियन कहावत से कहा जा सकता है, “जब झील शांत होती है तो बत्तख भी शांत होती है।”
हालाँकि, यूक्रेन पर मास्को के अकारण आक्रमण, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हुए प्योंगयांग द्वारा मिसाइल प्रक्षेपण तथा दक्षिणी चीन सागर और ताइवान जलडमरूमध्य में बीजिंग के अस्थिरकारी सैन्य युद्धाभ्यास ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है। “वैश्विक स्तर पर, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य तेजी से जटिल, विवादास्पद, खंडित और चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है,” संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण प्रमुख इज़ुमी नाकामित्सू (Izumi Nakamitsu) ने जून 2023 के सम्मेलन में कहा। “बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, हथियार प्रणालियों का प्रगतिशील आधुनिकीकरण तथा पारदर्शिता, विश्वास और संवाद की कमी ने दुनिया को एक महत्वपूर्ण मोड़ पर ला खड़ा किया है।”
उलानबाटर वार्ता जैसे मंच विश्वास-निर्माण उपायों (CBM) को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण हैं, जिसका “उद्देश्य ग़लत धारणाओं को ठीक करना, सैन्य गतिविधि के बारे में ग़लतफ़हमी को कम करना और सुरक्षा सहयोग और अंतर-निर्भरता का निर्माण करना है,” नाकामित्सु ने कहा। “जैसे-जैसे विश्वास-निर्माण के उपाय समय के साथ प्रभावी होते जाएँगे, वे द्विपक्षीय और क्षेत्रीय संबंधों को स्थिर कर सकेंगे, तथा साझा सुरक्षा हितों को स्पष्ट करने में मदद कर सकेंगे, जिससे विश्वास और सहयोग के लिए जगह बनेगी।” अंततः, CBMs हथियार नियंत्रण और निरस्त्रीकरण पर क़ानूनी रूप से बाध्यकारी उपायों
और समझौतों की खोज के लिए आधार रेखा के रूप में काम कर सकते हैं।”
मार्गदर्शक प्रकाश
सितंबर 2023 में, अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) और उलानबाटर स्थित ग़ैर-सरकारी संगठन डेवलपमेंट सोल्यूशंस ने सिकुड़ते कृषि क्षेत्र, शहरीकरण, आपूर्ति में व्यवधान, बाज़ार में उथल-पुथल और जलवायु संबंधी प्रभावों सहित चुनौतियों के खिलाफ़ मंगोलिया की खाद्य सुरक्षा को मज़बूत करने पर एक मंच की मेज़बानी की। विश्व बैंक के अनुसार मंगोलिया में तापमान दुनिया भर में सबसे तेज़ गति से बढ़ रहा है और जलवायु गतिशीलता में अन्य बदलाव पहले से ही जीवन और आजीविका पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं।
एक प्राकृतिक घटना जिसे स्थानीय रूप से ‘दजुड’ के नाम से जाना जाता है — सर्दियों में भारी बर्फ़बारी और उसके बाद गर्मियों में भयंकर सूखा — चरागाह भूमि को तबाह कर सकती है और इससे एक वर्ष में लाखों पशुधन मारे गए हैं। जनवरी 2024 में, मंगोलिया में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड बुआंगन (Richard Buangan) ने मानवीय आवश्यकता की घोषणा जारी की और USAID ने पशु चारा, नकद सहायता तथा अन्य राहत के लिए धन मुहैया कराया, जब एक भयंकर ठंड की परिस्थितियों ने लगभग 175,000 पशुधन को मार डाला और 210,000 से अधिक लोगों की आजीविका को ख़तरे में डाल दिया।
1990 के दशक के आरंभ से USAID ने मंगोलिया में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दों पर नागरिक सहभागिता को बढ़ावा देने, लोकतांत्रिक शासन को मज़बूत करने, अर्थव्यवस्था में विविधता लाने और कम कार्बन वाली शहरी आधारभूत संरचनाओं के निर्माण के लिए 37.7 करोड़ ($377 मिलियन) अमेरिकी डॉलर से अधिक की धनराशि प्रदान की है। व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि ओयुन-एर्डीन की वाशिंगटन यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने मंगोलियाई लोगों की स्वच्छ ऊर्जा तक पहुँच को व्यापक बनाने तथा लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए अवसरों का विस्तार करने में निजी क्षेत्र के भागीदारों को शामिल करने के लिए पाँच वर्षीय, 2.5 करोड़ ($25 मिलियन) अमेरिकी डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए। USAID आपदा तैयारी कार्यक्रमों के लिए अतिरिक्त 6 लाख ($600,000) अमेरिकी डॉलर उपलब्ध करा रहा है, ताकि समुदायों की भीषण ठंड के प्रति प्रतिरोधक्षमता बढ़ाई जा सके।
दोनों देशों ने, जो 2024 में अपनी रणनीतिक साझेदारी की पाँचवीं वर्षगांठ मना रहे हैं, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु सीधी उड़ानों के लिए एक ओपन स्काई समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत, अमेरिका मंगोलिया को नागरिक विमानन तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। “हमारे दोनों देशों के बीच संबंध अब तक के सबसे मज़बूत बिंदु पर हैं और ये साझा सिद्धांतों, सुशासन, संप्रभुता, क़ानून के शासन और मानवाधिकारों के प्रति सम्मान के साथ-साथ मंगोलिया की तीसरे पड़ोसी की नीति के आधार पर विकसित हुए हैं,” व्हाइट हाउस ने कहा।
ओयुन-एर्डीन ने साझेदारी के विकास और अमेरिका की स्थायी प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा, “और हमें इस बात पर गर्व है कि अमेरिकी हमें लोकतंत्र का मरूद्यान मानते हैं।” “इसलिए, हमारे लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका न केवल हमारा रणनीतिक तीसरा पड़ोसी है, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक यात्रा में मार्गदर्शक ध्रुव तारा
भी है।”
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