पूर्वोत्तर एशिया / NEAफ़ीचरसाझेदारी

ज़िम्मेदारी के साथ हथियारों का प्रसार

दक्षिण कोरिया द्वारा ख़ाली भंडार वाले मित्र राष्ट्रों और साझेदारों को पारंपरिक हथियारों का निर्यात

फ़ोरम स्टाफ़

द क्षिण कोरिया का रक्षा उद्योग रॉकेट लॉन्चर, टैंक, हॉवित्जर, लड़ाकू जेट और अन्य सैन्य उपकरणों का निर्माण कर रहा है ताकि ज़्यादातर पश्चिमी देशों के हथियारों की आपूर्ति की जा सके जो सीधे यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करते हैं।

हालांकि यह यूक्रेन को मानवीय और अन्य सहायता प्रदान करता है, रूस ने जिस पर आक्रमण किया है, दक्षिण कोरिया ने यूक्रेन को घातक हथियारों की आपूर्ति नहीं की है क्योंकि रूस उत्तर कोरिया का सहयोगी है। सियोल ने उम्मीद जताई थी कि मॉस्को उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइलों, परमाणु हथियारों और दक्षिण कोरिया को धमकी देने वाले अन्य हथियारों के विकास पर रोक लगाने वाले संयुक्त राष्ट्र के आदेशों का पालन करने के लिए दबाव डालेगा। जनवरी 2024 के 50 देशों और यूरोपीय संघ के एक बयान के अनुसार, उत्तर कोरिया ने रूस को बैलिस्टिक मिसाइलों और अन्य हथियारों का निर्यात किया है, जिसका उपयोग रूस ने यूक्रेन के ख़िलाफ़ अपने युद्ध में किया था। बयान ने आदान-प्रदान की निंदा की थी।

दक्षिण कोरिया, जो 2027 तक दुनिया का चौथा सबसे बड़ा हथियार निर्यातक बनना चाहता है, तुलनात्मक रूप से कम क़ीमत वाले हथियारों की बड़ी मात्रा में आपूर्ति करने के लिए अच्छी स्थिति में है। जहां 1990 के दशक की शुरुआत में शीत युद्ध समाप्त होने के बाद कई देशों ने रक्षा ख़रीदारी कम कर दी, दक्षिण कोरिया ने उत्तरी कोरिया की शत्रुता रोकने के लिए हथियारों का उत्पादन बढ़ाया। 1953 के कोरियाई युद्ध में युद्धविराम समाप्त होने के बाद से दोनों राष्ट्र तकनीकी रूप से युद्ध में बने हुए हैं। सियोल में असन इंस्टीट्यूट फ़ॉर पॉलिसी स्टडीज़ के एक सैन्य विशेषज्ञ यांग यूक (Yang Uk) ने सितंबर 2023 में द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, “शीत युद्ध के बाद के युग में, दक्षिण और उत्तर कोरिया लगभग एकमात्र ऐसे देश रहे हैं जो लगातार युद्ध जैसी स्थिति में बने हुए हैं, जिनमें तोपख़ाने और अन्य हथियारों के बड़े भंडार उपयोग के लिए तैयार हैं।”

उत्तर कोरिया की सोवियत-आधारित रक्षा प्रणालियों का मुक़ाबला करने के लिए डिज़ाइन किए गए दक्षिण कोरिया के पारंपरिक हथियार, उन देशों में प्रतिष्ठित हैं जिन्होंने यूक्रेन में अपने हथियार भेजे हैं। ये हथियार नाटो और संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन्य उपकरणों के साथ भी संगत हैं। दक्षिण कोरिया के हनवा एयरोस्पेस के कार्यकारी उपाध्यक्ष दाए-योंग किम (Dae-young Kim) ने अप्रैल 2023 में एबीसी न्यूज़ को बताया, “कई लोगों ने सोचा कि युद्धक टैंक और तोपख़ाना प्रणालियां जैसे पारंपरिक हथियार 21वीं सदी में युद्ध के माहौल के अनुरूप नहीं हैं।” “लेकिन जैसा कि यूक्रेन युद्ध में देखा गया है, तोपख़ाने की क्षमता अब भी एक आवश्यक भूमिका निभाती है।”

टेलीविज़न नेटवर्क ने बताया कि जर्मनी, अमेरिका और अन्य देशों की प्रमुख रक्षा कंपनियों ने पारंपरिक हथियारों का उत्पादन कम कर दिया है, और मांग पूरा करने के लिए तैयार होने में वर्षों लगेंगे। वाशिंगटन, डीसी आधारित थिंक टैंक, सेंटर फ़ॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज़ में कोरिया के अध्यक्ष विक्टर चा (Victor Cha) ने कहा, “इनमें से अधिकतर सुपर हाई-एंड सैन्य उपकरण नहीं हैं, लेकिन यह बहुत अच्छे पारंपरिक सैन्य उपकरण और वाहन हैं।”

क़रार से निर्यात में उछाल

रॉयटर्स ने मई 2023 में बताया कि पोलैंड को 13.7 अरब (13.7 बिलियन) अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री से प्रेरित होकर, दक्षिण कोरिया का रक्षा निर्यात 2022 में 17 अरब (17 बिलियन) अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 10 अरब (10 बिलियन) अमेरिकी डॉलर की वृद्धि है। कोरिया डिफ़ेंस इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष चाए वू-सुक (Chae Woo-suk) ने एबीसी न्यूज़ को बताया कि पोलैंड ने यूक्रेन में अपने हथियारों का ज़खीरा भेजने के बाद नए हथियारों का आयात किया।

वाशिंगटन पोस्ट अख़बार ने बताया कि पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज दुदा (Andrzej Duda) ने दिसंबर 2022 में दक्षिण कोरिया के K2 युद्धक टैंकों और K9 स्व-चालित हॉवित्ज़र की पहली खेप के त्वरित आगमन की सराहना करते हुए उनका स्वागत किया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2023 में दक्षिण कोरियाई एफ़ए-50 हल्के लड़ाकू विमान की डिलीवरी पर तत्कालीन पोलिश रक्षा मंत्री मारिउज़ ब्लास्ज़्ज़ाक (Mariusz Blaszczak) ने भी इसी तरह की प्रशंसा की थी।

वारसॉ की ख़रीदारी दक्षिण कोरियाई रक्षा कंपनियों के लिए एक वरदान थी, जो पोलैंड को अपने स्वयं के हथियार बनाने में मदद करने के लिए तकनीकी ज्ञान और प्रशिक्षण भी प्रदान कर रही हैं। हनवा के कार्यकारी ली बू-ह्वान (Lee Boo-hwan) ने नवंबर 2022 में सीएनएन को बताया, “मेरे कार्यकर्ता हमारी तकनीक को साझा करके बहुत खुश हैं।” “[नए] बाज़ारों में प्रवेश करना हमारा मुख्य रणनीतिक फ़ोकस है।”

पोलैंड और एस्तोनिया, फ़िनलैंड और नॉर्वे जैसे अन्य यूरोपीय ग्राहकों के अलावा, इंडो-पैसिफ़िक और मध्य पूर्वी राष्ट्र भी दक्षिण कोरियाई रक्षा कंपनियों से हथियार ख़रीद रहे हैं, जैसा कि फ़ॉरेन पॉलिसी पत्रिका ने अगस्त 2023 की रिपोर्ट में बताया है। उदाहरण के लिए, संयुक्त अरब अमीरात, चेओंगुंग II सतह से हवा में मार करने वाली मिड-रेंज मिसाइलों के लिए लगभग 3.5 अरब (3.5 बिलियन) अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेगा, जैसा कि यूरएशियन टाइम्स की वेबसाइट ने बताया है। दक्षिण कोरियाई रक्षा कंपनियाँ ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को भी हथियार बेचती हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया, इस बीच, सियोल अपनी सेना को सुसज्जित करने और उत्तर को रोकने के लिए एक मज़बूत घरेलू आपूर्ति शृंखला बनाए रखता है।

द इकोनॉमिस्ट पत्रिका ने सितंबर 2023 में अपनी रिपोर्ट में कहा, अंतरराष्ट्रीय हथियारों की बिक्री में दक्षिण कोरिया की नाटकीय वृद्धि उसे “उभरते हथियार निर्यातकों के बीच निर्विवाद नेता” बनाती है। यह रुझान अगस्त 2023 के अंत में कैंप डेविड, मेरीलैंड में त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन के सिद्धांत के साथ आया। सामूहिक रूप से, जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अर्थव्यवस्था से लेकर सुरक्षा तक के क्षेत्रों में सहयोग को व्यापक बनाने पर सहमति व्यक्त की। 

द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े रक्षा ठेकेदार हनवा ने 2024 में अपनी उत्पादन क्षमता को तीन गुना करने की योजना बनाई है। अगस्त 2023 में प्रसारक सीएनबीसी ने बताया कि देश की उल्लेखनीय हथियार प्रणालियों में हनवा का के9 थंडर स्व-चालित हॉवित्ज़र , हुंदेई रोटेम का के2 बैटल टैंक और कोरिया एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज़ का एफ़ए-50 लाइट अटैक एयरक्राफ़्ट शामिल हैं। दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया कि दक्षिण कोरिया अन्य उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ-साथ एक मध्यम ऊँचाई वाला मानव रहित हवाई वाहन भी विकसित कर रहा है।

सितंबर 2023 में पोलैंड के कील्स में अंतरराष्ट्रीय रक्षा उद्योग प्रदर्शनी में 35 देशों की कंपनियों में इकतीस दक्षिण कोरियाई कंपनियाँ शामिल थीं, जो मध्य और पूर्वी यूरोप में सबसे बड़ी वार्षिक सैन्य व्यापार प्रदर्शनी है। 

दक्षिण कोरिया अपने रक्षा निर्यात को ज़िम्मेदारी से बढ़ाने का प्रयास करता है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, देश के विदेश व्यापार अधिनियम को मज़बूत करने वाले राष्ट्रपति के एक आदेश में घोषणा की गई है कि उपकरणों का उपयोग “शांतिपूर्ण उद्देश्यों” के लिए किया जाना चाहिए। दक्षिण कोरिया संयुक्त राष्ट्र शस्त्र व्यापार संधि का भी हस्ताक्षरकर्ता है जो यह निर्धारित करता है कि कौन हथियार प्राप्त करता है और किन शर्तों के तहत उनका उपयोग किया जा सकता है।

देश यूक्रेन को भेजी गई आपूर्ति की जाँच करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में दक्षिण कोरिया ने 2024 में यूक्रेन के लिए 39.4 करोड़ (394 मिलियन) अमेरिकी डॉलर के सहायता पैकेज की घोषणा की, जो आठ गुना अधिक है। यह धनराशि पुनर्निर्माण, मानवीय सहायता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए है।

अंतरराष्ट्रीय शक्ति

फ़ॉरेन पॉलिसी ने बताया कि दक्षिण कोरिया सिर्फ़ दो दशक पहले दुनिया के शीर्ष 30 हथियार निर्यातकों में शामिल नहीं था। अब, राष्ट्रपति यून सुक येओल (Yoon Suk Yeol) ने देश को 2027 तक वैश्विक हथियारों की बिक्री में देश को केवल अमेरिका, रूस और फ़्रांस से पीछे रहने की चुनौती दी है। घरेलू अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के अलावा, रक्षा निर्यात एक प्रमुख राजनीतिक और सैन्य सुरक्षा सहयोगी के रूप में देश की व्यवहार्यता को प्रदर्शित करता है। सियोल के रक्षा अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया, “कोरिया सरकार सैन्य कूटनीति और रक्षा सहयोग को बढ़ावा दे रही है ताकि ख़रीदारी करने वाले देश के साथ संबंध केवल विक्रेता-ख़रीदार संबंधों से परे विभिन्न साझेदारी में विकसित हो सकें।”  ο


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