पूर्वोत्तर एशिया / NEAसाझेदारी

जापान, नाटो के बीच सुरक्षा जानकारी साझा करने के लिए हॉटलाइन पर चर्चा

फ़ोरम स्टाफ़

पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (PRC) और रूस सहित, साइबर हमलों तथा दुष्प्रचार अभियानों जैसे ख़तरों पर सुरक्षा जानकारी तेज़ी से साझा करने हेतु एक हॉटलाइन स्थापित करने के लिए परस्पर बातचीत के साथ जापान और नाटो के बीच सहयोग का विस्तार जारी है।

जापानी समाचार एजेंसी निक्केई ने जनवरी 2024 के मध्य में रिपोर्ट किया था कि संचार उपकरण को 31 देशों के सुरक्षा गठबंधन द्वारा प्रयुक्त सिस्टम के आधार पर तैयार किया जा सकता है, जिसका उपयोग दूरस्थ स्थलों से जानकारी साझा करने के लिए कर सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और न्यूज़ीलैंड के साथ नाटो के चार इंडो-पैसिफ़िक साझेदारों में से एक जापान, संवेदनशील मुद्दों पर गठबंधन के साथ प्रत्यक्ष वार्ता पर निर्भर करता है।

नाटो ने कहा है कि अपने इंडो-पैसिफ़िक साझेदारों के साथ सहयोग उत्तरोत्तर जटिल हो रहे वैश्विक सुरक्षा माहौल के समाधान के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें यूक्रेन पर रूस का अवैध आक्रमण, PRC की सैन्य वृद्धि और आक्रामक कार्रवाइयाँ, तथा कोरियाई प्रायद्वीप में सुरक्षा का मुद्दा शामिल है, जहाँ उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं।

जापान वर्षों से नाटो के साथ अपने रिश्ते मज़बूत कर रहा है। उसने 2019 में नाटो में अपना पहला राजदूत नियुक्त किया और तीन साल बाद फ़ुमियो किशिदा (Fumio Kishida) नाटो शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले पहले जापानी प्रधान मंत्री बने। जनवरी 2023 में नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने भी टोक्यो में किशिदा से मुलाक़ात की। जापान ने नाटो के साइबर रक्षा अभ्यास में भाग लिया, और देश का रक्षा बल फरवरी 2023 के भूकंप के बाद तुर्की में विमान से रसद पहुँचाकर नाटो के साथ अपने पहले अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन राहत अभियान में शामिल हुआ।

नाटो और जापान ने जुलाई 2023 में व्यक्तिगत रूप से अनुकूलित साझेदारी कार्यक्रम समझौते पर भी हस्ताक्षर करके सहयोग को मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता का संकेत दिया। इससे साइबर रक्षा, समुद्री सुरक्षा और मानवीय सहायता तथा आपदा राहत सहित 16 क्षेत्रों में सहयोग के अवसरों का विस्तार होगा।

संवेदनशील जानकारी के तेज़ी से आदान-प्रदान को सक्षम करके, साइबर हमलों और विशेष रूप से PRC से अन्य सुरक्षा ख़तरों के बढ़ते जोखिमों के मद्दे नज़र हॉटलाइन फ़ायदेमंद हो सकती है।

PRC “सैन्य और महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना प्रणालियों के लिए परिष्कृत, निरंतर साइबर-सक्षम जासूसी और हमले का ख़तरा प्रस्तुत करता है,” संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग ने अक्तूबर 2023 में रिपोर्ट किया। इसके अतिरिक्त, वाशिंगटन पोस्ट अख़बार ने अगस्त 2023 में रिपोर्ट किया था कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने पाया कि चीनी सैन्य हैकरों ने जापान के गोपनीय रक्षा नेटवर्क से छेड़छाड़ की थी।

एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जापान और चीन 2018 में हॉटलाइन स्थापित करने पर सहमत हुए और उनके रक्षा मंत्रियों ने मई 2023 में इस प्रणाली का उद्घाटन किया। हॉटलाइन, विश्वास बढ़ाने तथा ग़लतफ़हमी और संघर्ष से बचने के लिए विश्वास-निर्माण उपाय के इरादे से है, जिसमें पूर्वी चीन सागर भी शामिल है, जहाँ टोक्यो ने चीनी जहाज़ों पर जापान के सेनकाकू द्वीपों के आस-पास के जल में ग़ैर-क़ानूनी घुसपैठ का आरोप लगाया है।

गठबंधन के साथ जुलाई 2023 के सहकारी समझौते की घोषणा के बाद किशिदा ने कहा, “जापान और नाटो इस समझ को साझा करते हैं कि बलपूर्वक या ज़बरदस्ती यथास्थिति को बदलने के एकतरफ़ा प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों।”


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