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AI, स्वायत्त हथियारों के उपयोग के लिए राष्ट्र कर रहे हैं नियम विकसित

फ़ोरम स्टाफ़

एक शीर्ष अमेरिकी रक्षा अधिकारी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और स्वायत्त हथियार प्रणालियों का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश तय करने हेतु संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ 50 से अधिक देश जुड़ गए हैं। जैसे-जैसे हथियारों के विकास और अन्य सैन्य अनुप्रयोगों में AI की प्रमुखता बढ़ रही है, हितधारक उसके उपयोग को नियंत्रित करने के लिए नियम विकसित करने लगे हैं।

नवंबर 2023 में फ़िलीपींस के पलावन में कामांदाग अभ्यास के दौरान फ़िलीपीनी और अमेरिकी नौसैनिकों ने किया चालकदल रहित हवाई प्रणालियों का प्रदर्शन
वीडियो आभार: लान्स कार्पोरल निकोलस जॉनसन (Nicholas Johnson)/यू.एस. मरीन कॉर्प्स

सैन्य बल विकास और उभरती क्षमताओं के अमेरिकी रक्षा उप सहायक सचिव माइकल सी. होरोविट्ज़ (Michael C. Horowitz) ने जनवरी 2024 में सेंटर फ़ॉर स्ट्रैटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज़ वाधवानी सेंटर फ़ॉर AI एंड एडवान्स्ड टेक्नॉलोजीस द्वारा आयोजित वर्चुअल टॉक के दौरान रक्षा विभाग (DOD) के AI विकास प्रयासों पर अपडेट प्रदान किया।

नवंबर 2023 में, अमेरिकी विदेश विभाग ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और स्वायत्तता के जिम्मेदार सैन्य उपयोग पर राजनीतिक घोषणा प्रकाशित की, जिसका उद्देश्य उपयोग के मानदंड स्थापित करना है। होरोविट्ज़ ने कहा, जनवरी 2024 तक 51 देशों ने घोषणा का समर्थन किया है, और ये राष्ट्र जल्द ही उभरती हुई प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में सर्वसम्मति बनाने के लिए बैठक करना शुरू कर देंगे, जिसमें सर्वोत्तम अभ्यास तथा साझेदार देशों को अपनी क्षमताएँ विकसित करने में सक्षम बनाना शामिल हैं। होरोविट्ज़ ने कहा, रूस और पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (PRC) ने घोषणा पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

“मेरे विचार में मान्यता यह है कि जिस तरह के मानदंडों को हम बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं, वे ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें सभी देशों को अपनाने में सक्षम होना चाहिए,” उन्होंने कहा। “हम इसे सुशासन के रूप में सोचते हैं, ताकि देश AI-सक्षम सैन्य प्रणालियों को सुरक्षित रूप से विकसित और तैनात कर सकें, जो सभी के हित में है।”

जनवरी 2023 में रक्षा विभाग (DOD) ने अपनी हथियार प्रणालियों में AI के उपयोग के संबंध में निर्देश को अपडेट किया, जिसमें सभी नई हथियार प्रणालियों के सख़्त परीक्षण और जाँच की बात कही गई।

“हथियार प्रणाली जो सुरक्षित नहीं है, पूर्वानुमानित नहीं है, काम नहीं करती है। यह उपयोगी नहीं है,” होरोविट्ज़ ने कहा। “जहाँ तक ऐसी क्षमताओं को विकसित करने और तैनात करने की बात है, जिनकी युद्ध को रोकने के लिए संयुक्त बल को आवश्यकता होती है, और संघर्ष की स्थिति में लागू करना ज़रूरी हो जाता है, तो हमें अपने सिस्टम पर भरोसा करने की आवश्यकता है।”

DOD निर्देश मानव कमांडरों और ऑपरेटरों को बल प्रयोग पर नियंत्रण की अनुमति देने के लिए सिस्टम का भी आह्वान करता है, विशेष रूप से परमाणु हथियारों के मामले में, जो होरोविट्ज़ के अनुसार विभाग के परमाणु रुख़ की समीक्षा का पालन करता है।

“हमारे विचार में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का निर्णय इतना महत्वपूर्ण है कि हमें लगता है कि इसमें मानवीय भागीदारी केंद्रीय होनी चाहिए,” उन्होंने कहा। “हमारी अपेक्षा है कि अन्य देश उस प्रतिबद्धता को साझा करेंगे और हम उम्मीद करेंगे कि वे उस प्रतिबद्धता को स्पष्ट करेंगे।”

DOD अपने रेप्लिकेटर पहल के हिस्से के रूप में साझेदार देशों के साथ काम कर रहा है, जो युद्धरत सेनानियों को नवीन क्षमताओं के वितरण में तेज़ी लाने की एजेंसीव्यापी प्रक्रिया है। डिफ़ेंस इनोवेशन यूनिट (DIU) नवंबर 2023 में घोषित इस पहल का नेतृत्व करती है, जिसमें शुरुआती फ़ोकस क्रू रहित सिस्टम की तैनाती द्वारा चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सेना का मुक़ाबला करने पर है, जिन्हें बड़ी संख्या में तैनात किया जा सकता है और उनकी अपेक्षाकृत कम लागत को देखते हुए संघर्ष के दौरान जोखिम में डाला जा सकता है। DIU और अंतरराष्ट्रीय साझेदार रूस-यूक्रेन युद्ध में ऐसी प्रणालियों के उपयोग का भी विश्लेषण कर रहे हैं।

“हम सोचते थे कि या तो आपके पास सटीकता है, या आपके पास सामग्री का ढेर है। अब मामला ऐसा नहीं है,” होरोविट्ज़ ने कहा। “हमें कई मामलों में सटीक सामग्रियों की आवश्यकता होगी।”


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