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आधुनिकसेनाएँ, सुदृढ़गठबंधन

उभरते सुरक्षा ख़तरों की तैयारी में जुटे इंडो-पैसिफ़िक भागीदार

फ़ोरम स्टाफ़

प्रौ द्योगिकी, इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने का काम करने वाली सेना को मज़बूत कर रही है। तेजी से आधुनिकीकरण करने वाले राष्ट्र अत्याधुनिक विमानों और परिवर्तनकारी पनडुब्बियों से लेकर मानव रहित वाहनों, अंतरिक्ष जागरूकता उपकरणों और साइबर रक्षा उन्नयन में प्रगति के साथ शस्त्रागार बदल रहे हैं। इस बीच, सुरक्षा साझेदारी समान विचारधारा वाली सेनाओं के बीच वैज्ञानिक सहयोग को प्रोत्साहित कर रही है, और नेता मुक्त और खुले इंडो-पैसिफ़िक को बनाए रखने के लिए क्षेत्रीय गठबंधनों की शक्ति पर भरोसा कर रहे हैं।

इस क्षेत्र में रक्षा क्षमताओं के आधुनिकीकरण के प्रयासों को रेखांकित करना जापान की दिसंबर 2022 की अद्यतन सुरक्षा रणनीति की मंजूरी है जो किसी प्रतिद्वंद्वी के क्षेत्र पर जवाबी हमला करके किसी भी हमले पर प्रतिक्रिया करने की शक्ति वाले हथियारों को अपनाने का आह्वान करती है। जापान वित्त वर्ष 2027 के अंत तक 500 अमेरिका में निर्मित टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलों को खरीदने की योजना बना रहा है और वह 2031 तक बैलिस्टिक मिसाइलों को बाधित करने वाली आत्मरक्षा बल की इकाइयों की संख्या को तिगुना कर सकता है। जापान की रक्षा योजना उन्नत मिसाइलों को जोड़ने, उन्नत करने और बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के साथ-साथ गोपनीय विमानों, हाइपरसोनिक हथियारों और मानवरहित वाहनों के विकास की भी माँग करती है।

द एसोसिएटेड प्रेस न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, टोक्यो ने 2027 के अंत तक साइबर सुरक्षा और स्पेस सहित क्रॉस-डोमेन रक्षा पर 5800 अरब रूपये (58 बिलियन अमेरिकी डॉलर) खर्च करने की योजना बनाई है। मार्च 2022 में अपने साइबर डिफ़ेंस कमांड को लॉन्च करने के बाद, देश साइबर हमलों को रोकने के लिए काम करने वाले लोगों की संख्या को चौगुना से अधिक कर देगा, द जापान न्यूज़ अख़बार ने बताया। जापान ने अंतरिक्ष की निगरानी करने और जापानी उपग्रहों को अंतरिक्ष के मलबे के हमले या क्षति से बचाने के लिए 2020 में स्पेस ऑपरेशंस स्क्वाड्रन बनाया। 2023 में परिचालन शुरू करने की संभावना वाले डीप-स्पेस रडार न केवल जापान के लिए बल्कि अमेरिका के लिए अंतरिक्ष जागरूकता को मजबूत करेगा, युका कोशिनो (Yuka Koshino) ने 2020 में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फ़ॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज़ के मिलिटरी बैलेंस ब्लॉग पर लिखा था। ये क़दम अंतरिक्ष और साइबर स्पेस में जापान और अमेरिका के बीच मजबूत सहयोग का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसे जापान के डिफ़ेंस 2022 श्वेत पत्र ने सुरक्षा ख़तरों को रोकने और उनका मुक़ाबला करने के लिए महत्वपूर्ण माना।

जापान की रक्षा नीति में बदलाव के पीछे उसके द्वारा पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (पीआरसी) को जापान व संपूर्ण क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए “सबसे बड़ी रणनीतिक चुनौती” मानना है। पीआरसी द्वारा स्व-शासित ताइवान को दी जा रही धमकियाँ, जिसका वह अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है, जापान के लिए ख़तरा है, जैसा कि अगस्त 2022 में ताइवान के इर्द-गिर्द पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अभ्यास के दौरान बीजिंग द्वारा जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर पानी में दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों से स्पष्ट है। पीआरसी की भड़काऊ कार्रवाइयाँ समुद्री व्यापार मार्गों पर भी बेचैनी पैदा करती हैं जो जापान, इंडो-पैसिफ़िक और वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। जापान के दिसंबर 2022 नेशनल डिफ़ेंस स्ट्रैटजी के अनुसार, उत्तर कोरिया के अभूतपूर्व मिसाइल परीक्षण और परमाणु ख़तरे, जिसने जापान के ऊपर बैलिस्टिक मिसाइल भी दागे हैं, और यूक्रेन पर रूस का आक्रमण “इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में युद्ध के बाद के स्थिर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की नींव को हिला सकता है।”

“कोई भी देश अब अकेले अपनी सुरक्षा का बचाव नहीं कर सकता है,” इसमें कहा गया। “जिस समय युद्धोत्तर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की चुनौतियाँ जारी हैं, जापान के लिए अपने ऐसे सहयोगी और समान विचारधारा वाले देशों के साथ सहयोग और सहभागिता को बढ़ाना महत्वपूर्ण है, जिनके साथ जापान सार्वभौमिक मूल्यों और रणनीतिक हितों को साझा करता है।”

इंडोनेशिया के बटुराजा में गरुड़ शील्ड 22 के दौरान, रात के समय हमले और तोड़फोड़ की रिहर्सल करते हुए इंडोनेशिया और अमेरिका के विशेष सैन्य बल। स्टाफ़ सार्जेंट मैथ्यू क्रेन/अमेरिकी सेना

ज़ोर-ज़बरदस्ती के खिलाफ़ सावधानी

विशेषज्ञों का तर्क है कि पीएलए ने इस क्षेत्र की छोटी सेनाओं को पीछे छोड़ दिया है और उनके द्वारा अकेले उसकी प्रगति से मेल खाने की संभावना नहीं है। “हालाँकि, अमेरिकी क्षमताओं और संकल्प द्वारा समर्थित, प्रमुख प्रणालियों की तैनाती — अक्सर जो असममित प्रकृति की होती हैं — पीआरसी के ख़तरों को दूर करके व क्षेत्रीय देशों को अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने देकर क्षेत्र को स्थिर करने में कारगर हो सकती है,” सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में स्थित मैक्वेरी विश्वविद्यालय में एशिया-पैसिफ़िक सुरक्षा अध्ययन के प्रोफ़ेसर, बेट्स गिल (Bates Gill) ने जनवरी 2022 में नेशनल ब्यूरो ऑफ़ एशियन रिसर्च की एक रिपोर्ट में लिखा।

संसाधन-संपन्न दक्षिणी चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर दावा करने के बीजिंग के प्रयासों के साथ-साथ इंडोनेशिया के नटुना द्वीप समूह के आस-पास के जल में पीआरसी की घुसपैठ ने जकार्ता को सावधान कर दिया है। रॉयटर्स के अनुसार, पीआरसी ने 2021 में चीनी क्षेत्र होने का दावा करते हुए इंडोनेशिया से माँग की कि वह द्वीपों के पास तेल और प्राकृतिक गैस के ड्रिलिंग को बंद कर दे। पीआरसी के दावे उसकी मनमानी नाइन-डैश-लाइन सीमा पर आधारित हैं, जिस पर द हेग, नीदरलैंड के स्थायी मध्यस्थता न्यायालय ने जुलाई 2016 में फ़ैसला सुनाया था, जिसका कोई क़ानूनी आधार नहीं है।

ब्लूमबर्ग समाचार एजेंसी ने बताया कि इंडोनेशिया, द्वीपों के पास सबमरीन बेस का निर्माण कर रहा है और उसने एक नौसैनिक बेड़े को स्थानांतरित किया है। दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले इस द्वीप राष्ट्र की भी 2024 तक रक्षा परियोजनाओं पर 12500 अरब रूपये (125 बिलियन अमेरिकी डॉलर) खर्च करने की योजना है। फ्रांसीसी कंपनी नेवल ग्रुप के एक प्रतिनिधि ने नवंबर 2022 में कहा कि इंडोनेशिया छह स्कॉर्पीन श्रेणी की लड़ाकू पनडुब्बियों के लिए बातचीत कर रहा है।

समाचार रिपोर्टों के अनुसार, इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री प्रभावो सुबियांतो (Prabowo Subianto) ने कहा कि उसी दौरान अमेरिका निर्मित 36, F-15 लड़ाकू विमानों की नियोजित खरीद उन्नत चरणों में थी। नवंबर 2022 में इंडोनेशियाई रक्षा अधिकारी ने फ़ोरम को बताया कि फ्रांस में बने दर्जनों राफेल लड़ाकू विमानों का ऑर्डर भी आगे बढ़ रहा है।

“इंडोनेशिया का सुरक्षा क्षेत्र, भले ही उसके सभी राजनीतिक नेतृत्व शामिल न भी हों, चीन के ग्रे-ज़ोन के दबाव के ख़तरे से जाग गया है,” दिसंबर 2022 की रिपोर्ट में, यथास्थिति को ख़त्म करने वाली आक्रामकता के बढ़ते कृत्यों का उल्लेख करते हुए, सेंटर फ़ॉर स्टैरेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज़ (CSIS) में दक्षिण-पूर्व एशिया कार्यक्रम के प्रमुख ग्रेग पोलिंग (Greg Poling) ने ब्लूमबर्ग को बताया।

“उसकी नियोजित नौसैनिक और हवाई ख़रीदारी, चीन के संबंध में डोमेन जागरूकता, गश्त और निरोध क्षमताओं को बढ़ाने की ओर इशारा करती है।”

एडमिरल युडो मार्गोनो (Adm. Yudo Margono) ने, दिसंबर 2022 में जिस दिन इंडोनेशियाई सेना के प्रमुख के रूप में शपथ ली थी, नटुना द्वीप समूह के आस-पास की सीमा को सुरक्षित करने की योजना की ओर संकेत किया था, निक्केई अख़बार ने बताया। उन्होंने यह भी कहा कि वे वार्षिक सैन्य अभ्यास गरुड़ शील्ड के लगातार विकसित होने की उम्मीद करते हैं। ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान सहित दर्जन भर से अधिक देशों के 4,000 कर्मियों को शामिल करने के लिए इंडोनेशिया और अमेरिका के बीच लंबे समय से चल रहे द्विपक्षीय अभ्यास का 2022 में विस्तार किया गया।

2023 में, जापान ने अपने रक्षा खर्च में 20% की वृद्धि करने की योजना बनाई है, जिसमें अतिरिक्त F-35 लड़ाकू जेट की खरीदारी शामिल है। द एसोसिएटेड प्रेस

महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी प्रतियोगिता

ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सुरक्षा साझेदारी, दशकों से ऑस्ट्रेलिया के बेहद महत्वपूर्ण सुरक्षा विकास के केंद्र में है। यू.के. डिज़ाइन और यू.एस. परमाणु-चालित प्रौद्योगिकी को साझा करने की योजना, ऑस्ट्रेलिया के पारंपरिक शस्त्रों से लैस पनडुब्बियों के अगले बेड़े को विकसित करने में मदद करेगी, जिससे जहाज़ों को पारंपरिक पनडुब्बियों की तुलना में बिना सामने आए तेजी से और सुदूर यात्रा करने का मौक़ा मिलेगा। पहली साझा पनडुब्बी, 2030 के अंत में यू.के. के लिए काम करना शुरू कर सकती है। ऑस्ट्रेलियाई नौसेना को 2040 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में निर्मित SSN मिलने की उम्मीद है।

संयुक्त राज्य अमेरिका अगले दशक के भीतर ऑस्ट्रेलिया को कम से कम तीन परमाणु-चालित वर्जीनिया-श्रेणी की पनडुब्बियाँ बेचने की भी योजना बना रहा है। इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई सैन्य और नागरिक कर्मी प्रशिक्षण के लिए सहयोगी नौसेनाओं में सम्मिलित हो गए हैं, यू.के. और यू.एस. परमाणु-चालित पनडुब्बियों द्वारा ऑस्ट्रेलियाई बंदरगाह का दौरा बढ़ा रहे हैं और राष्ट्र जितनी जल्दी हो सके 2027 तक ऑस्ट्रेलिया से होकर गुज़रते हुए नियमित सबमरीन रोटेशन शुरू करेंगे। यू.एस. रक्षा विभाग के अनुसार, अंतिम परिणाम के रूप में तीन उच्च इंटरऑपरेबल सबमरीन बेड़े इंडो-पैसिफ़िक में संचालित होंगे।

ऑस्ट्रेलिया, यू.के. और यू.एस. राष्ट्रों ने साइबर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और अन्य उन्नत तकनीकों के साथ-साथ पनडुब्बियों से परे समुद्रतलीय क्षमताओं पर सहयोग करने का संकल्प लिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह ऑस्ट्रेलिया के सामरिक और तकनीकी परिदृश्य को दशकों तक मजबूत कर सकता है।

“इस बात का एहसास बढ़ रहा है कि उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियाँ समाजों, अर्थव्यवस्थाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए असाधारण रूप से महत्वपूर्ण होंगी,” ऑस्ट्रेलियाई सामरिक नीति संस्थान के फ़र्गस हैनसन(Fergus Hanson) और डेनिएल केव (Danielle Cave) ने लिखा। “यह उन्हें भू-राजनीतिक मुद्दे पर दक्षता हासिल करने की दौड़ में शामिल कर रही है। और यह दौड़ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की तुलना में कहीं और अधिक प्रतिस्पर्धी नहीं है, जो दुनिया के अधिकांश तकनीकी नवोन्मेषों को जन्म देती है और रणनीतिक तकनीकी प्रतिस्पर्धा का केंद्र बन गई है।

2021 में, कैनबरा ने कहा कि वह यू.एस. के सहयोग से निर्देशित मिसाइलों का निर्माण शुरू करेगा। एक साल बाद, ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बल ने अमेरिकी रक्षा फ़र्म एंडुरिल इंडस्ट्रीज़ के साथ साझेदारी करते हुए बेहद विशाल स्वायत्त समुद्रतलीय वाहन का उत्पादन करने की योजना का खुलासा किया। अपनी “मीटिंग चाइना मिलिट्री चैलेंज” रिपोर्ट में, यू.एस.-स्थित थिंक टैंक, नेशनल ब्यूरो ऑफ़ एशियन रिसर्च ने कहा कि मानव रहित प्रौद्योगिकी और निर्देशित मिसाइल सिस्टम “संघर्ष के दौरान अपने सैन्य बलों की सहायता के लिए चीन की नई क्षमताओं और बड़े पैमाने की उत्पादन क्षमता के लाभ को उलटने के लिए आवश्यक है।”

उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद अक्तूबर 2022 में कोरिया गणराज्य और यू.एस. द्वारा विमान प्रशिक्षण का आयोजन। जेरेमी बुडेमीयर यू.एस. फ़ोर्सेस कोरिया

‘युगान्तरकारी हथियार’

दक्षिण कोरिया का, जो 2017 से 2021 तक दुनिया का आठवाँ सबसे बड़ा रक्षा निर्यातक रहा है, नई क्षमताओं को विकसित करने का लंबा इतिहास रहा है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल (Yoon Suk Yeol) ने 2021 के अंत में कहा, “तकनीकी वर्चस्व के लिए तीव्र प्रतिस्पर्धा के बीच, भावी युद्ध के लिए युगान्तरकारी हथियार प्रणाली विकसित करने हेतु तकनीकी प्रतिस्पर्धा को मजबूत करना ज़रूरी है।”

ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के अनुसार, 2022 में 90 से अधिक क्रूज़ और बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च के साथ उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों से प्रेरित होकर — सियोल, मिसाइलों को ट्रैक और इंटरसेप्ट करने की प्रणाली के विकास में तेजी ला रहा है। यू.एस. फोर्सेस कोरिया ने बताया कि मौजूदा टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफ़ेंस (THAAD) सिस्टम का, जिसे दक्षिण कोरिया और यू.एस. ने 2017 में तैनात किया था, 2022 के अंत में यू.एस. पैट्रियट मिसाइल डिफ़ेंस के साथ अपनी इंटरऑपरेबिलिटी में सुधार के लिए आधुनिकीकरण किया गया। दक्षिण कोरिया ने सबमरीन से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल भी विकसित की है, जिसे देश की समुद्रतलीय तकनीक के साथ जोड़ कर, विश्लेषकों ने अत्यधिक परिष्कृत सेना के लिए मील का पत्थर कहा है। और सियोल ने आने वाले दशकों में AI, ड्रोन और स्वायत्त हथियारों पर अरबों खर्च करने का आह्वान किया है।

यू.एस.-साउथ कोरिया आपसी रक्षा संधि, जो 2023 में अपनी 70 वीं वर्षगाँठ अंकित करती है, सहयोगी दलों के बीच प्रौद्योगिकी विकास पर ज़ोर देती है, अनुसंधान और इंजीनियरिंग के यू.एस. डिप्टी अंडर-सेक्रेटरी डेविड ए. हनी (David A. Honey) ने CSIS में जून 2022 के एक अभिभाषण के दौरान कहा।

“पूरी तरह से यह स्वीकार करते हुए कि [उन] देशों के वैज्ञानिक, शोधकर्ता और इंजीनियर दुनिया में सबसे नवोन्मेषी हैं,” उन्होंने कहा, “दोनों राष्ट्रपति महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों को बचाने और बढ़ावा देने के लिए, जिनमें अग्रणी अर्धचालक, पर्यावरण अनुकूल EV [इलेक्ट्रिक वाहन] बैटरी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, जैव-निर्माण और स्वायत्त रोबोट शामिल हैं, इस तुलनात्मक बढ़त का लाभ उठाने हेतु सार्वजनिक और निजी सहयोग बढ़ाने के लिए सहमत हुए।”

दिसंबर 2022 के अंत में जारी दक्षिण कोरिया की इंडो-पैसिफ़िक स्ट्रैटेजी ने यू.एस. और जापान के साथ देश की भागीदारियों पर प्रकाश डाला और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानदंडों और नियमों के आधार पर क्षेत्रीय व्यवस्था बनाने, सुरक्षा सहयोग का विस्तार करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग को मजबूत करने की क़सम खाई।

इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो (Joko Widodo) द्वारा जनवरी 2020 में नटुना द्वीप समूह में इंडोनेशियाई नौसेना के जहाज़ KRI उस्मान हारुन का दौरा। इंडोनेशियाई राष्ट्रपति कार्यालय द एसोसिएटेड प्रेस के ज़रिए

साझा दृष्टिकोण

सुरक्षा और रक्षा गतिशीलता इंडो-पैसिफ़िक के सभी कोनों को बदल रही है। भारत ने 2022 में अपना पहला घरेलू स्तर पर निर्मित एयरक्राफ़्ट कैरियर कमीशन किया, आकाश में विस्तारित-रेंज की क्रूज़ मिसाइल का परीक्षण किया और अपने स्वदेशी हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर को शामिल किया। वियतनाम ने ड्रोन, रडार और घरेलू स्तर पर निर्मित एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइल सहित उच्च तकनीक वाली रक्षा परिसंपत्तियों का प्रदर्शन किया। 2022 में फिलीपींस ने अपनी नई अधिगृहीत ज़मीनी वायु रक्षा प्रणाली और नए मल्टीरोल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए फिलीपीन नेशनल डिफ़ेंस डिपार्टमेंट के आह्वान के अलावा दो फ़ास्ट-अटैक इंटरडिक्शन जहाज़ों को चालू किया तथा 22 और जहाज़ जोड़ने की योजना बनाई।

इस बीच, समूचे क्षेत्र के नेताओं ने सुरक्षा संबंधों को मजबूत किया। उदाहरणों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, न्यूज़ीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, फिलीपींस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, तिमोर-लेस्ते, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम सहित, सैन्य बलों के बीच प्रशिक्षण और सैन्य अभ्यास शामिल हैं। विशेष रूप से, थाईलैंड- और यू.एस.- प्रायोजित कोबरा गोल्ड में, जो दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाला बहुपक्षीय अभ्यास है, 29 देशों के सशस्त्र बलों के 10,000 सदस्यों को शामिल किया गया।

यू.एस. रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) ने इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में शांति बनाए रखने में साझेदारियों की भूमिका पर ज़ोर दिया। “इस क्षेत्र के अपने साझा दृष्टिकोण की ओर हम साथ मिलकर आगे बढ़े हैं,” उन्होंने सिंगापुर में 2022 शांगरी-ला डायलॉग के दौरान कहा। “पिछले एक साल में साथ मिलकर हमने जो सफ़र तय किया है वह केवल इस बुनियादी सच्चाई को रेखांकित करता है कि: आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, हम तब मजबूत होते हैं, जब हम एकजुट होने के तरीक़े ढूँढ़ते हैं।”


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