द एसोसिएटेड प्रेस
ऑस्ट्रेलिया में बहुराष्ट्रीय टैलिस्मान सेबर सैन्य अभ्यास ने पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (पीआरसी) को दर्शाया कि इंडो-पैसिफ़िक सहयोगी और साझेदार सामूहिक रूप से अपनी सुरक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करेंगे, संयुक्त राज्य अमेरिका के नौसेना सचिव कार्लोस डेल टोरो (Carlos Del Toro) ने कहा।
टैलिस्मान सेबर 2005 में ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के बीच द्विवार्षिक संयुक्त अभ्यास के रूप में शुरू हुआ और 2023 में 13 देशों व 30,000 से अधिक सैन्य कर्मियों तक विस्तृत हुआ।
डेल टोरो (Del Toro) और ऑस्ट्रेलियाई उप प्रधान मंत्री रिचर्ड मार्ल्स (Richard Marles) ने सिडनी नौसैनिक अड्डे पर अभ्यास शुरू करते हुए पहले से ज़्यादा घनिष्ठ द्विपक्षीय सैन्य संबंधों का स्वागत किया।
डेल टोरो (Del Toro) ने कहा कि भूमि, समुद्र और हवाई सैन्य प्लेटफ़ॉर्म तेज़ी से जटिल होते जा रहे हैं और सहयोगियों को एकजुट सैन्य बल के रूप में प्रदर्शन करने के लिए साथ मिलकर अभ्यास करना चाहिए।
“इस अभ्यास और हमारे सहयोगियों व साझेदारों द्वारा एकजुट होकर किए गए किसी भी काम से सबसे महत्वपूर्ण संदेश जो चीन ग्रहण कर सकता है, वह यह है कि हम उन मूल मूल्यों से बेहद बँधे हैं जो हमारे कई देशों के बीच मौजूद हैं,” डेल टोरो (Del Toro) ने संवाददाताओं से कहा।
उन्होंने कहा, “हम दरअसल अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा और हम सभी द्वारा साझा किए जाने वाले बुनियादी मूल्यों की रक्षा के लिए एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं।”
मार्ल्स (Marles) ने कहा कि जुलाई के अंत में शुरू होने वाले दो सप्ताह के अभ्यास के दौरान 800 से अधिक सैन्य वाहन क्वीन्सलैंड राज्य के तटीय शहर बोवेन में तैनात किए जाएँगे।
“यह सब दरअसल हमारे दोनों देशों की रक्षा सेनाओं के बीच मज़बूत स्मृति का निर्माण कर रहा है, आराम और परिचितता का निर्माण कर रहा है और ज़ाहिर तौर पर न केवल ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच, बल्कि अन्य 11 देशों के बीच भी,” मार्लेस (Marles) ने कहा।
22 जुलाई को सिडनी में USS कैनबरा की कमीशनिंग से घनिष्ठ सैन्य संबंध रेखांकित हुआ। ऑस्ट्रेलियाई निर्माता ऑस्टल द्वारा निर्मित इंडिपेंडेंस-वेरिएंट तटवर्ती लड़ाकू जहाज़, किसी विदेशी बंदरगाह में कमीशन किया गया पहला अमेरिकी युद्धपोत है।
मूल USS कैनबरा 1943 में लॉन्च किया गया क्रूज़र था और इसका नाम ऑस्ट्रेलियाई HMAS कैनबरा के नाम पर रखा गया था। 1942 में सोलोमन द्वीपसमूह पर अमेरिकी नौसैनिकों के उतरने में सहायता करते समय जापानियों द्वारा इस पर टॉरपीडो हमला किया गया था, जिसमें 193 लोगों की जान चली गई थी।
दक्षिण प्रशांत राष्ट्र और बीजिंग के बीच अघोषित समझौतों के बाद सोलोमन फिर से समान विचारधारा वाले इंडो-पैसिफ़िक सहयोगियों और भागीदारों के लिए सुरक्षा संबंधी चिंता का विषय है।
पीआरसी के जासूसी जहाज़ों ने 2017 से टैलिस्मान सेबर अभ्यास पर नज़र रखी है, ऑस्ट्रेलियाई सेना के लेफ़्टिनेंट जनरल ग्रेग बिल्टन (Greg Bilton) ने कहा कि सेना “इसके लिए अच्छी तरह तैयार है।”
कनाडा, फ़िजी, फ़्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, जापान, न्यूज़ीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, दक्षिण कोरिया, टोंगा और यूनाइटेड किंगडम ने भी 2023 अभ्यास में भाग लिया। फ़िलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड ने पर्यवेक्षक के रूप में भाग लिया।
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