आसियान द्वारा सितंबर में पहले बहुपक्षीय समुद्री अभ्यास का निर्धारण

गस्टी दा कोस्टा
एसोसिएशन ऑफ़ साउथईस्ट एशियन नेशन्स (आसियान) बहुपक्षीय समुद्री अभ्यास के दौरान शांतिपूर्ण सहयोग और एकजुटता का निर्माण करना तथा अपने सदस्य राष्ट्रों के सशस्त्र बलों के बीच इंटरऑपरेबिलिटी को मजबूत करना चाहता है, जिसकी पहली ऐसी ड्रिल, 18-25 सितंबर, 2023 में करने की योजना है।
विश्लेषकों का कहना है कि इंडोनेशिया द्वारा प्रवर्तित यह अभ्यास इंडो-पैसिफ़िक को प्रतिद्वंद्विता और शत्रुता के क्षेत्र के बजाय शांति व सहयोग के क्षेत्र के रूप में बढ़ावा देता है। इंडोनेशिया सभी 10 आसियान सदस्यों को रक्षा अभ्यास में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेगा।
एडमिरल युडो मार्गोनो, इंडोनेशियाई सशस्त्र बलों के प्रमुख कमांडर, ने अभ्यास की अवधारणा विकसित की, जिसे एशियन सॉलिडैरिटी एक्सरसाइज़-01 नातुना (ASEX-01N) नाम दिया गया। जून 2023 में जकार्ता में इंडोनेशियाई सशस्त्र बलों के प्रतिनिधिमंडल ने अभ्यास की योजना बनाने के लिए अन्य आसियान सैन्य प्रतिनिधिमंडलों से मुलाक़ात की।
ASEX-01N, संयुक्त समुद्री गश्त अभियान, चिकित्सा निकासी, खोज और बचाव (SAR), तथा मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभ्यास जैसी युद्धेतर गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
“संयुक्त प्रशिक्षण इंडो-पैसिफ़िक दृष्टिकोण की आसियान अवधारणा को मजबूत करेगा,” इंडोनेशिया के योग्यकार्ता में UPN “वेटरन” विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंध विशेषज्ञ निकोलस लॉय ने फ़ोरम को बताया। “इसलिए कोई युद्ध संचालन नहीं चल रहा है। प्रशिक्षण दरअसल सुरक्षा, समुद्री डकैती से निपटना, समुद्री दुर्घटनाएँ, प्रदूषण और खोज एवं बचाव पर अधिक केंद्रित है।”
क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं की संभावना SAR और HADR पर ज़ोर देती है, जो ASEX-01N के लिए अत्यधिक उपयुक्त फ़ोकस है, उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इंडोनेशिया के लिए यह अभ्यास शुरू करना उचित ही है, क्योंकि आसियान सदस्यों की तुलना में उसकी आबादी, भू-क्षेत्र और अर्थव्यवस्था अत्यधिक बड़ी है। . 2023 के लिए आसियान की अध्यक्षता का जिम्मा भी इंडोनेशिया के पास है।
प्रारंभ में यह अभ्यास दक्षिणी चीन सागर के सुदूर दक्षिणी जल क्षेत्र में आयोजित किया जाना था। लेकिन, इंडोनेशिया ने ASEX-01N को इंडोनेशिया के जल क्षेत्र के अंतर्गत, दक्षिणी नातुना सागर में स्थानांतरित किया, रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने बताया।
“चूँकि यह अभ्यास युद्ध पर केंद्रित नहीं है, इसलिए यह दक्षिणी क्षेत्र के लिए काफ़ी उपयुक्त है जो लोगों के सीधे संपर्क में है,” इंडोनेशियाई सैन्य प्रवक्ता ने आगे यह सूचित करते हुए रॉयटर्स को बताया कि यह अभ्यास मलक्का जलडमरूमध्य के मुहाने पर स्थित बाटम द्वीप और उसके आसपास आयोजित किया जाएगा।
डॉ. मार्सेलस हाकेंग जयाविबावा( Dr. Marcellus Hakeng Jayawibawa), सेवानिवृत्त इंडोनेशियाई सशस्त्र बल के कप्तान, इस अभ्यास के चार प्रमुख लाभ देखते हैं: इंडोनेशिया और आसियान के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना; मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना; आसियान सेनाओं के बीच ज्ञान, तकनीक और रणनीति के साथ-साथ व्यावसायिक साझेदारी बढ़ाना; और क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने के लिए आसियान सेनाओं के बीच संबंधों में सुधार करना।
“सितंबर 2023 में… संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण आसियान देशों की ओर से अन्य देशों के खिलाफ़ कोई ख़तरा नहीं है,” हेकेंग(Hakeng) ने फ़ोरम को बताया। “लेकिन, यह अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए आसियान सदस्य देशों के बीच एकजुटता दिखाएगा। लोग देख सकते हैं कि दक्षिणपूर्वी एशिया में क्षेत्रीय स्थिरता बनी हुई है। इसके अलावा, इससे यह भी प्रदर्शित होता है कि दुनिया के सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय क़ानून का सम्मान करना चाहिए।”
गस्टी दा कोस्टा जकार्ता, इंडोनेशिया से रिपोर्टिंग करने वाले फ़ोरम योगदानकर्ता हैं।
छवि साभार: इंडोनेशियाई सशस्त्र बल
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